राकेट से जुड़ी ताज़ा ख़बरें और आसान समझ

क्या आप राकेट के बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन तकनीकी जार्गन से उलझे हुए हैं? यहाँ हम सरल शब्दों में वो सब बताएँगे जो हर किसी को जानना चाहिए – नई लॉन्च, भारत की योजनाएँ और अंतरराष्ट्रीय स्पेस अपडेट। पढ़ते‑जाते ही आपको राकेट की दुनिया की एक झलक मिल जाएगी।

नवीनतम राकेट लॉन्च – क्या हुआ?

पिछले महीने ISRO ने अपना GSLV Mk III लॉन्च किया, इसमें गगनयान मिशन के लिये आवश्यक मॉड्यूल शामिल थे। लॉन्च सफल रहा, और सैटेलाइट ने कक्षा में जगह बना ली। इसी तरह SpaceX ने Falcon 9 के साथ दोहरी सैटेलाइट राइट‑सेट भेजा, जो भारत‑एशिया के टेलीकॉम कनेक्शन को मजबूत करेगा। ये दोनों लॉन्च दिखाते हैं कि राकेट तकनीक में अब सटीकता और लागत दोनों ही कम हो रहे हैं।

अगर आप राक्षस‑सरीखे बड़े राकेट के बारे में सोचते हैं तो याद रखें कि आज के कई लॉन्च छोटे‑छोटे क़दमों से होते हैं। एक छोटा इलेक्ट्रिक राकेट भी पृथ्वी के निचले कक्ष में सेंसर लेकर जा सकता है, और वह बहुत कम खर्च में पूरा काम कर देता है। यह बदलाव अंतरिक्ष को ज़्यादा सुलभ बनाता है।

राकेट तकनीक – भारत की दिशा

भारत ने पिछले दशक में राकेट विकास में बड़ी छलांग लगाई है। राकेट के मुख्य भाग – इंधन टैंक, इंजन, नियंत्रण प्रणाली – अब विश्व‑स्तर के मानकों के साथ मेल खाते हैं। विशेषकर प्रेरणा‑2 इंजन, जो GSLV Mk III में इस्तेमाल होता है, उसकी थ्रस्ट अब 4.5 मीटर‑टन तक पहुंचती है। यह शक्ति भारत को बड़े सैटेलाइट, और भविष्य में मानव अंतरिक्ष मिशन भेजने की अनुमति देती है।

भविष्य की योजना में अग्नि राकेट को री‑यूज़ेबल बनाने की कोशिश है, ताकि हर लॉन्च पर नया राकेट बनाना न पड़े। इस दिशा में कई स्टार्ट‑अप्स भी काम कर रहे हैं, जैसे कि Skyroot और AgniK, जो छोटे लेकिन तेज़ राकेट बनाकर बाज़ार में प्रवेश कर रहे हैं। इन कंपनियों के प्रोटोटाइप दिखाते हैं कि निजी क्षेत्र भी राकेट उद्योग में तेज़ी ला रहा है।

एक और रोचक पहल है अंतरिक्ष में कचरा कम करने की। कई देशों ने राकेट के अंशों को पुनः उपयोग करने की योजना बनाई है, और भारत भी इस पर शोध कर रहा है। अगर राकेट के कुछ हिस्से एक बार फिर से वापिस धरती पर लाना संभव हो जाए, तो लागत घटेगी और पर्यावरण पर भी कम असर पड़ेगा।

तो, आप अब राकेट को सिर्फ बड़े धातु के बॉल नहीं, बल्कि एक जटिल लेकिन पहुँच योग्य तकनीक के रूप में देखेंगे। चाहे आप छात्र हों, पर्सनल टेक पसंद करने वाले हों, या सिर्फ स्पेस के शौकीन, राकेट की खबरें रोज़ बदलती रहती हैं। महाराज न्यूज पर आप हमेशा इस बदलाव को साथ‑साथ देख सकते हैं।

कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज की दुर्घटना के कारण क्या था?

के द्वारा प्रकाशित किया गया अभिनव श्रीवास्तव    पर 27 जन॰ 2023    टिप्पणि(0)
कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज की दुर्घटना के कारण क्या था?

कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज की दुर्घटना का कारण राकेट और तानाशाही होती है। यह दुर्घटना जहाज को गति देते हुए कार्य करते समय घटित हुई थी। एयर इंडिया हवाई जहाज के स्ट्रॉप से अधिकारियों को दुर्घटना के कारण कुछ प्रकार के कारण पता नहीं चला।