कुछ अधिक समय: महराज न्यूज की प्रमुख कहानियां
आप अक्सर उन ख़बरों की तलाश में होते हैं जो आपको लंबे समय तक असर डालें। महाराज न्यूज ने "कुछ अधिक समय" टैग के तहत ऐसी ही ख़बरें इकट्ठी की हैं—खेल से लेकर राजनीति, व्यावसायिक टिप्स और जीवनशैली तक। यहाँ हम आपको ये बताने वाले हैं कि इस टैग में क्या है, क्यों पढ़ना चाहिए और कौन‑से लेख सबसे ज़्यादा बातचीत का कारण बने हैं।
क्यूँ पढ़ें इस टैग को?
भले ही हर खबर छोटी‑छोटी सी लगती हो, कुछ ख़बरें ऐसी होती हैं जो हमारे सोच‑विचार और कामकाज पर लंबा असर डालती हैं। इस टैग में वही ख़बरें हैं—जिन्हें पढ़कर आप न सिर्फ़ अपडेट होते हैं, बल्कि आगे के फैसले भी आसान हो जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, क्रिकेट में श्रीलंका बनाम जिम्बाब्वे का तीव्र मैच, या फिर सरकारी दस्तावेज़ों का महत्व। इन लेखों को पढ़ने से आपको विस्तृत जानकारी मिलती है, बिना झंझट के।
प्रमुख लेख और उनकी झलक
श्रीलंका बनाम जिम्बाब्वे: तीसरा T20I 8 विकेट से जीता – इस मैच की टॉस से लेकर मिशारा का पहला अर्धशतक तक, सब कुछ विस्तृत रूप से बताया गया है। यदि आप क्रिकेट फ़ैन हैं, तो इस लेख को पढ़कर आप गेंदबाज़ी और बैटिंग दोनों का विश्लेषण कर सकते हैं।
क्या टाइम्स ऑफ इंडिया अच्छा समाचार पत्र है? – यहाँ टाइम्स ऑफ इंडिया की ताकत और कमज़ोरियों को आसान भाषा में समझाया गया है। आप इसे पढ़कर अपने पढ़ने के अनुभव को बेहतर बना सकते हैं।
भारतीय नागरिकता के प्रमाण के रूप में कौन से दस्तावेज़ माने जाते हैं? – जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, PAN, वोटर ID और पासपोर्ट—इन पाँच दस्तावेज़ों की ज़रूरत और महत्व को सीधे बताता है यह लेख। अपने दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।
रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के बीच में क्या हुआ? – क्रिकेट टीम के अंदरूनी मनोविज्ञान को सरल भाषा में बताया गया है। यदि आप टीम डायनेमिक्स समझना चाहते हैं, तो यह लेख मददगार है।
इन लेखों के अलावा, आप यहाँ कैलिफ़ोर्निया का प्राचीन इतिहास, अमेरिकी नाश्ते की खोज, और जापानी महिलाओं की भारतीय पुरुषों के प्रति सोच जैसी रोचक चीज़ें भी पा सकते हैं। हर लेख की शैली सरल है—जैसे आप दोस्त से बात कर रहे हों।
अगर आप समय बचाना चाहते हैं, तो इस टैग को बुकमार्क कर लें। नई ख़बरें जुड़ते ही आपको तुरंत मिलेंगी, और आप बिना अतिरिक्त खोज के सभी महत्वपूर्ण जानकारी अँगठी में रख पाएँगे। तो अब देर किस बात की? पढ़िए, समझिए, और अपने दिन‑रात के निर्णयों में "कुछ अधिक समय" का फ़ायदा उठाइए।
मेरा भारतीय रिंगनेक पैरोट कितने लंबे समय तक जीवित रहेगा?

मेरा भारतीय रिंगनेक पैरोट उन स्वतंत्र प्राणीयों में से एक है जो जीवित रहते हैं। यह प्राणीय को कुछ अलग और अनोखे सेहत के लिए जरूरी है। यह प्राणी क्रमशः एक साल तक जीवित रह सकता है। वहीं, कुछ विशेष सेहत के साथ मेरा भारतीय रिंगनेक पैरोट कुछ अधिक समय तक जीवित रह सकता है।